3 साल से सरकारी स्कूल से शिक्षक ने बनाई दूरी, संकुल समन्वयक बनकर घर से चल रहा बच्चों के भविष्य गढ़ने का काम ग्रामीणों ने महिला शिक्षक को हटाने की कलेक्टर से लगाई गुहार, अब तक नहीं हुई कार्रवाई

Spread the love

बिलासपुर। शिक्षा विभाग में राजनीतिक रसूख का फायदा उठाकर मनपसंद स्कूल में पढ़ाना आम बात सी हो गयी है! लेकिन 3 सालों से स्कूल से नदारत रहकर संकुल समन्वयक जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी घर से निभाना आम बात नहीं है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की अनभिज्ञता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

दरअसल मामला दुर्गडीह ग्राम पंचायत के शासकीय पूर्व माध्यमिक स्कूल कनेरी का है। जहां शासकीय नियमों को ताक में रखकर संकुल समन्वयक के पद पर पदस्थ शिक्षक आशा वस्त्रकार को हटाने की मांग की जा रही है, जिसको लेकर कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत भी की गई है।

लेकिन इसका निराकरण अब तक नहीं हो पाया है। ग्रामीणों का आरोप है कि आशा वस्त्रकार शिक्षक एलबी शासकीय पूर्व माध्यमिक स्कूल मंगला में मूल रूप से पदस्थ हैं और शिक्षा व्यवस्था के तहत एकल शिक्षा की स्कूल कनेरी में अपना अधिकारी कर्मचारियों से जान पहचान और रसूख से अटैचमेंट करा लिया है। इसके अलावा संकुल समन्वयक बनने के बाद से स्कूल में एक भी क्लास आज तक नहीं ली गई।

महिला शिक्षक विगत 3 सालों से स्कूल भी आने की जहमत भी नहीं उठाई। इसके अलावा आरोप यहां तक है कि अपने पद का दुरुपयोग करते हुए रजिस्टर में अपनी हाजिरी के लिए हस्ताक्षर भी करती हैं। दुर्गडीह ग्रामपंचायत के सरपंच, उपसरपंच और सचिव की मौजूदगी में ग्राम सभा में 25 जनवरी 2023 को बैठक लेकर प्रस्ताव भी किया गया कि संकुल समन्वयक श्रीमती आशा वस्त्रकार (कवर) जो कि कनेरी स्कूल में शिक्षक है, आज तक बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पाई है। उन्हें हटाकर मूल स्कूल मंगला में पदस्थापित किया जाए।

इन सब गंभीर आरोपों को लेकर महिला शिक्षक के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत की गई है और कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया है उसके बावजूद भी अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है

Related posts

Leave a Comment