बिलासपुर के लालखदान क्षेत्र में खूनी संघर्ष की कहानी रचने की साजिश को पुलिस ने किया नाकाम, बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में 4 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार।देसी कट्टा, पिस्टल और जिंदा कारतूस किया बरामद,आर्म्स एक्ट के तहत की कार्रवाई
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के लालखदान क्षेत्र में खूनी संघर्ष की कहानी रचने की साजिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया है। त्यौहार से ठीक पहले हथियारों का जखीरा बरामद किया है। इसमें 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दरअसल पचपेड़ी में हुए गोलीकांड के बाद एसएसपी पारुल माथुर व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र जायसवाल व अन्य आलाधिकारियों के कड़े निर्देश पर बिलासपुर पुलिस ने अवैध हथियारों को रखने वाले लोगों की सरगर्मी से तलाश शुरू थी। इस बीच रविवार को एसएसपी माथुर को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर एन्टी क्राइम साइबर यूनिट के प्रभारी हरविंदर सिंह और टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध हथियार रखने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 2 पिस्टल, तीन देशी कट्टा, 2 एयर पिस्टल और 8 नग जिंदा कारतूस बरामद किया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि लालखदान क्षेत्र का अपराधों से गहरा नाता रहा है। जहां वर्चस्व की लड़ाई के कारण आए दिन कोई ना कोई घटना क्रम होते रहते हैं। जिन चार आरोपियों को पुलिस ने अलग-अलग ठिकानों से गिरफ्तार किया है, वह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश कर रहे थे। जिस पर पुलिस ने सूचना पाते ही दबिश देकर चारों आरोपियों को अपने कब्जे में ले लिया है। हालांकि पकड़े गए चारों आरोपियों का कोई भी पुराने क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है। आरोपियों में राहुल तिवारी, जय सिंह चौहानऔर उमेश श्रीवास तीनों लालखदान क्षेत्र में रहने वाले हैं। वही चौथा आरोपी अंकित वर्मा सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के रहने वाला है।