योग जीवन मे सुख और शांत चित्त का संचार करती है योग का शाब्दिक अर्थ जुड़ना होता है परमात्मा और आत्मा का मिलन ही योग है योग के प्रकारों में हास्य योग के बड़ा बदलाव जीवन मे लाती है सुखमय और शांति का जीवन योग से प्राप्त कर सकता है यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूर बनाता है अवसाद को दूर करता है साथ ही सामाजिक जुड़ाव व शारीरिक परेशानी को दूर करता है हास्य योग केंद्र माता मंदिर डब्लू आर एस कॉलोनी में हास्य योग केंद्र के दसवें स्थापना दिवस पर क्षेत्रीय विधायक श्री कुलदीप जुनेजा जी मुख्य अतिथि के रुप मे शामिल हुए और महामारी का उल्लेख करते हुए विधायक जी ने कहा कि योग ही एक मात्र सार्थक क्रिया है जिससे हम और आप स्वस्थ रह सकते है प्रतिदिन योग करने के लिए कहा और आपने आसपास हमेसा स्वस्चता बनाए रखने का आग्रह किया इस अवसर पर हास्य योग के भीष्मपितामह श्री मूलचंद शर्मा जी,हास्य योग केंद्र माता मंदिर के संचालक आर सी एस चंद्रवंसी जी व योग परिवार उपस्थित थे।
